धान की फसल में उन्नत तकनीक: कीड़े-मकोड़ों और रोगों से बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय, पैदावार में होगी दोगुनी वृद्धि
धान की फसल में उन्नत तकनीक: कीड़े-मकोड़ों और रोगों से बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय, पैदावार में होगी दोगुनी वृद्धि
खेत खजाना : नई दिल्ली, सीजन में भारत के कई प्रदेशों में धान की फसल उगाई जाती है। परंपरागत तरीकों से की जाने वाली धान की खेती में पानी की खपत ज्यादा होती है और कीड़े-मकोड़ों के साथ-साथ रोग भी फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए कृषि विशेषज्ञ दिनेश गुप्ता ने कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं जो धान की फसल को बेहतर बनाने में मदद करेंगे।
खरपतवार नियंत्रण के लिए Machete का उपयोग
धान की रोपाई के 24 घंटे के भीतर Machete दवा का छिड़काव करने से खरपतवार से छुटकारा पाया जा सकता है। यह दवा फसल को शुरुआती चरण में ही स्वस्थ बनाए रखती है और पैदावार बढ़ाने में सहायक होती है।
Black Gold Humic और मैग्नीशियम का उपयोग
धान की रोपाई के 15 दिन बाद खेत में Black Gold Humic और मैग्नीशियम दवा को पानी भरकर डालने से पैदावार में बंपर वृद्धि होती है। यह उर्वरक फसल को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है और फसल की जड़ों को मजबूत बनाता है।
धान की फसल के लिए विशेष सुझाव
सिंचाई और जल निकासी: अगर फसल में ज्यादा पानी भरा हुआ है तो जल निकासी करके अतिरिक्त पानी को खेत से निकाल दें। बाद में हल्की सिंचाई करते रहें ताकि मिट्टी फटने की समस्या न हो।
पोषण प्रबंधन: रोपाई के 25 दिन बाद पोषण प्रबंधन किया जाना चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि फसल की जड़ों तक सौर ऊर्जा पहुंच सके और ऑक्सीजन की आपूर्ति हो।
रोग और कीट नियंत्रण: कीड़े और रोगों का नियंत्रण करने के लिए नियमित निरीक्षण और उचित दवाओं का उपयोग करना चाहिए।
तालिका: धान की फसल के लिए जरूरी दवाएं और उनका उपयोग
दवा का नाम उपयोग का समय लाभ
Machete रोपाई के 24 घंटे भीतर खरपतवार से छुटकारा
Black Gold Humic रोपाई के 15 दिन बाद पैदावार में वृद्धि
मैग्नीशियम रोपाई के 15 दिन बाद फसल की जड़ों को मजबूती
अधिक जानकारी के लिए कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
धान की उन्नत खेती के टिप्स
धान की फसल में कीड़े-मकोड़ों और रोगों से बचाव के लिए इन उन्नत तकनीकों का उपयोग करें और पैदावार में दोगुनी वृद्धि पाएं। अधिक जानकारी के लिए कृषि विशेषज्ञों की सलाह लें और नवीनतम तकनीकों का उपयोग करें।